मुंबई : महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन भले ही एक साथ मिलकर सरकार चला रहे हों, बावजूद इसके उनके बीच तल्खी भरे मामले अकसर सामने आ ही जाते हैं। ऐसा ही एक मामला बुधवार को सामने आया। जानकारी के मुताबिक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की योजना थी, उनकी ये मुलाकात पहले से तय थी। हालांकि करीब दो घंटे तक उद्धव ठाकरे ने इंतजार किया, लेकिन सीएम फडणवीस से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। इस मामले को लेकर शिवसेना ने नाराजगी जताई है।
शिवसेना के एक नेता ने कहा कि फडणवीस ने शिवसेना के विरोधी नारायण राणे से मुलाकात की लेकिन ठाकरे से नहीं मिले।
उन्होंने कहा, इससे पता चलता है कि बीजेपी किस तरह से अपने सहयोगियों के साथ बर्ताव करती है। हालांकि बाद में सीएम फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के साथ लंबी बातचीत की और कहा कि जिन मुद्दों को उन्होंने अपने पत्र में उठाया है, उसका समाधान किया जाएगा। दोनों नेताओं के बीच बुधवार को पहले से बैठक तय थी लेकिन विधानसभा में व्यस्तता के कारण सीएम मुलाकात नहीं कर पाए।
इससे पहले ठाकरे ने विधायकों के फंड के न्यायोचित वितरण और आवश्यक मुद्दों को लेकर फडणवीस से समय मांगा था। उद्धव ठाकरे समय पर विधानसभा भवन से सटे अपने पार्टी कार्यालय पहुंच गए लेकिन सीएम कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री विधानसभा में महत्वपूर्ण मुद्दों पर जवाब दे रहे हैं, इसलिए उन्हें आधे घंटे इंतजार करना होगा। इसी बीच फडणवीस से मिलने के लिए नारायण राणे विधानभवन में पहुंचे।
ठाकरे को जब इसकी सूचना मिली तो उन्हें इंतजार करना पड़ा जबकि शिवसेना के मंत्रियों ने प्रयास किया कि दोनों नेताओं की मुलाकात हो जाए। राणे चाहते थे कि उनके गढ़ समझे जाने वाले कोंकण इलाके में एक हॉस्पिटल का उद्घाटन पीएम मोदी करें। शिवसेना इस बात से नाराज हो गई कि सीएम के पास राणे से मिलने के लिए समय है लेकिन ठाकरे के साथ पूर्व निर्धारित चाय पर चर्चा के लिए समय नहीं है। हालांकि बीजेपी ने कहा है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में किसी गलतफहमी के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई होगी।