गोल्ड कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया)। 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की अच्छी शुरुआत हुई है। वेटलिफ्टर गुरुराजा पुजारी ने पहले 56 किलोग्राम में सिल्वर जीता।वेटलिफ्टिंग के 48 किलोग्राम वर्ग में भारत की साईखोम मीराबाई चानू ने पहला गोल्ड देश के लिया जीता है।चानू की इस उपलब्धि के बाद पूर्व भारतीय महिला वेटलिफ्टर कर्णम मल्लेश्वरी ने उनकी जमकर सराहना की।सिडनी ओलंपिक (2000) में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली कर्णम मल्लेश्वरी ने कहा, ‘कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए इससे अच्छी शुरुआत हो ही नहीं सकती। चानू की इस उपलब्धि से भारतीय एथलीटों को काफी प्रेरणा मिलेगी। इस जीत के बाद से ट्विटर पर लगातार उनके लिए बधाई संदेश आ रहे हैं। बॉलीवुड से लेकर क्रिकेट के मैदान, राजनीति तक हर तरफ से चानू को बधाई दी जा रही है। इसके पहले भारत ने यहां एक सिल्वर मेडल भी जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले ही दिन वेटलिफ्टर गुरुराजा पुजारी ने भारत का खाता खोला। उन्होंने गुरुवार को 56 किलोग्राम (मैन्स) कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता। मलेशिया के मोहम्मद एएच इजहार अहमद ने गोल्ड अपने नाम किया। वहीं, श्रीलंका के चतुरंगा लकमल को ब्रॉन्ज मिला। कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले ही दिन वेटलिफ्टर गुरुराजा पुजारी ने भारत का खाता खोला। उन्होंने गुरुवार को 56 किलोग्राम (मैन्स) कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता। मलेशिया के मोहम्मद एएच इजहार अहमद ने गोल्ड अपने नाम किया। वहीं, श्रीलंका के चतुरंगा लकमल को ब्रॉन्ज मिला। गुरुराजा कर्नाटक के रहने वाले हैं। उनके पिता ट्रक चलाते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी उनके परिवार ने उन्हें वो हर चीज दिलाई, जो उनके इस गेम को बेहतर बनाने के लिए जरूरी थी। गुरुराजा रेसलर सुशील कुमार से प्रभावित थे।
Commonwealth Games 2018: वेटलिफ्टर साईखोम मीराबाई चानू ने रिकॉर्ड के साथ भारत को दिलाया पहला गोल्ड
