नई दिल्ली। देश का हेल्थटेक कारोबार 2020 तक 1 अरब डॉलर का होगा और इसका सीएजीआर सालाना 11 फीसदी की दर से बढ़ेगा. इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने यह जानकारी दी है. स्वास्थ्य सेवा उद्योग के प्रमुख सम्मेलनों में से एक इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) द्वारा आयोजित दूसरे हेल्थ टेक 2017- अभिनव, प्रेरणा और रचना में अध्यापकों, शोधार्थियों और छात्रों को जुडऩे का अवसर मुहैया कराता है तथा यहां उद्योग में सुधार के साथ फंड जुटाने के उपायों को लेकर चर्चा की जाती है.
इस सम्मेलन में प्रमुख सेवा प्रदाताओं, उद्यमियों, शोधार्थियों, नीति निर्माताओं, डॉक्टरों और अध्यापकों ने तेजी से बदलते स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में विचारों और नवाचारों को साझा किया. इसके अलावा कनेक्टेड डिवाइसेज, मॉनिटरिंग वेयरेबल्स, रोबोटिक टेलीमेडिसिन, सेंसर्स जैसे हाइटेक प्रोद्यौगिकियों पर चर्चा की गई.
सम्मेलन में सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन की अध्यक्ष डॉ. वनीथा मुरलीकुमार, आयुष मंत्रालय के उप-सलाहकार (आयुष) डॉ. रघु, मैक्स हेल्थकेयर की वरिष्ठ उपाध्यक्ष (मेडिकल चलिटी), आईबीएम इंडिया एंड साउथ एशिया के हेल्थकेयर लीडटर और एसएमई पार्थ डे, अपोलो हॉस्पिटल्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (टेलीहेल्थ) विक्रम थपलू, मेदांता के वरिष्ठ कंसलटेंट (आर्युवेदिक मेडिसिन) गीता कृष्णन और डाबर धनवंतरी हॉस्पिटल एंड कॉलेज की आयुर्वेद फैक्लटी डॉ. पूजा सब्बरवाल ने हिस्सा लिया.