मशाल बनाम कुल्हाड़ी

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव , सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप  आखिर एक समाज में पत्रकारिता की क्या भूमिका होनी चाहिए? क्या मात्र तथ्य को तथ्य रूप में प्रस्तुत से और सत्य को सत्य कहने से पत्रकारिता की भूमिका का निर्वहन हो जाता है अथवा पत्रकारिता इससे भी आगे की चीज है?   ‘समाज कैसे यात्रा करता है?’ प्रश्न रोचक था लेकिन अत्यंत गंभीर भी। जब यह प्रश्न मेरे सामने आया था तो कुछ देर तक तो मैं मात्र प्रश्न को समझने और उसकी तह में जाने की कोशिश करता रहा और कुछ पलों…

Read More

शेष विश्व के लिए अनदेखा अनजाना बेहतरीन पर्यटन-स्थल : कोस्टारीका

चन्द्रकान्त पाराशर , एडीटर-ICN हिंदी   लिमोन/कोस्टा रीका(मध्य अमेरिका) : एक बहुत सुंदर और सुरक्षित देश है कोस्टा रीका, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह पर्यटकों विशेषकर प्रकृतिप्रेमी व शान्त जीवन यापन करने वाले प्रवासियों की पसंद के रडार पर बना ही रहता है। वैसे भूगोल के हिसाब से उत्तरी अमरीका एवं दक्षिणी अमेरिका को जोड़ने वाले केंद्रीय स्थलजलडमरु मध्य (इस्थमस)पर कोस्टा रीका देश अवस्थित है,यह उत्तरी अमेरिका का हिस्सा है लेकिन लैटिन अमरीकन सांस्कृतिक विरासत को अपने में समेटे हुए प्रतीत होता है। सांस्कृतिक विरासत किसी…

Read More

गुड पेरेंटिंग: आज और भविष्य की ज़रूरत

डॉ. प्रांजल अग्रवाल, डिप्टी एडिटर-ICN लखनऊ। भौतिकता के इस दौर में, मकान हो या मोटर कार, क्रेडिट कार्ड हो या विदेश यात्रा, सभी भौतिक वस्तुओं तक लगभग सभी की पहुँच होती जा रही है | देखा- देखी के इस दौर में, किसी ज़रूरतमंद की मदद करने से बेहतर, लोग शादी-पार्टी में अथवा गोल्ड लाउन्ज में सिनेमा देखने में अत्यधिक खर्च करना बेहतर समझते हैं | दिखावे का माहोल ऐसा बन पड़ा है की शहर में बड़े मकान से ले कर मोटर कार तक, या फिर मोबाइल फ़ोन से ले कर घड़ी/पर्स इत्यादि…

Read More

धुएँ में स्वाहा होती जिंदगियां।

डॉ अनुरूद्ध वर्मा  तम्बाकू एवँ धूम्रपान से होने वाली बीमारियों की गंभीरता का अनुमान विश्व स्वास्थ्य संगठन के इन आंकड़ों से लगाया जा सकता है कि दुनिया में प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख लोग तम्बाकू जनित बीमारियों के कारण असमय मौत का शिकार हो जातें हैं तथा भारत मे यह आंकड़ा 10 लाख से ऊपर है। वर्तमान समय में तम्बाकू एवँ धूम्रपान  की लत  पूरे विश्व में जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या बनी हुई है और पूरा चिकित्सा जगत समस्या से चिंतित है कि किस प्रकार  इससे मुक्ति पाया जाए।तम्बाकू के…

Read More

चंबल मैराथन 2023: 14-15 जनवरी को दौड़ेंगे धावक, तैयारियां जारी

इटावा: चंबल परिवार द्वारा आयोजित चंबल मैराथन का तीसरा संस्करण आगामी 14-15 जनवरी 2023 को मुरैना जनपद में आयोजित किया जा रहा है। चंबल मैराथन 2023 का रूट अमर शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय से शहीद स्मारक बरबाई तक 42.200 किमी तक प्रस्तावित है। चंबल मैराथन में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के धावक अपना दमखम दिखाएंगे। 14 जनवरी को प्रातः 8 बजे से 5 किमी और 10 किमी की दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। 15 जनवरी को सेना दिवस के अवसर पर 21.0975 किमी और 42.195 किमी…

Read More

चंबल की धरती का अनोखा क्रांतिकारी : दादा शंभूनाथ आजाद

डॉ. शाह आलम राना (पुण्यतिथि पर विशेष)  किसी भी तरह के अन्याय व शोषण का प्रतिरोध चंबल के जनमानस की पहचान मानी जाती है। प्राचीन काल से लेकर उन्नीसवीं सदी तक के इतिहास में झाँके तो चंबल घाटी में बगावत एक समृद्ध परंपरा की तरह विकिसत होती रही। चंबल के लोगों ने अन्यायी अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ सतत मोर्चाबंदी की इसीलिए चंबल को शौर्य की जननी कहा जाता है। चंबल घाटी ने ऐसे तमाम मुक्ति योद्धा इस देश को दिए हैं जो अपने साहस,  त्याग और बलिदान की इबारत लिख…

Read More

मशाल बनाम कुल्हाड़ी

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव , सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप  आखिर एक समाज में पत्रकारिता की क्या भूमिका होनी चाहिए? क्या मात्र तथ्य को तथ्य रूप में प्रस्तुत से और सत्य को सत्य कहने से पत्रकारिता की भूमिका का निर्वहन हो जाता है अथवा पत्रकारिता इससे भी आगे की चीज है?   ‘समाज कैसे यात्रा करता है?’ प्रश्न रोचक था लेकिन अत्यंत गंभीर भी। जब यह प्रश्न मेरे सामने आया था तो कुछ देर तक तो मैं मात्र प्रश्न को समझने और उसकी तह में जाने की कोशिश करता रहा और कुछ पलों…

Read More

स्वतंत्रता इतिहास के भूले हुए पन्नों में दर्ज एक अनूठी वीरांगना : गुलाब कौर

अमिताभ दीक्षित, एडिटर-ICN U.P. गुलाब कौर : इतिहास में भुला दी गयी वो महिला जिसने अंग्रेजों से लड़ने के लिए अपने पति को छोड़ दिया और एक सुरक्षित जीवन को तिलांजलि दे कर स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़ी. कई बार, इतिहास अपनी उन अनन्य नायिकाओं को भूल जाता है, उनके चेहरे भुला दिए जाते हैं, और उनकी बहादुरी की गाथा कोई याद नहीं करता जिनके असाधारण साहस और बलिदान को देश के इतिहास लिखते समय निश्चित रूप से को स्मरण रक्खा जाना चाहिए और उन्हें एक सम्मान जनक स्थान देना चाहिए.…

Read More

धुएँ में स्वाहा होती जिंदगियां।

डॉ अनुरूद्ध वर्मा  तम्बाकू एवँ धूम्रपान से होने वाली बीमारियों की गंभीरता का अनुमान विश्व स्वास्थ्य संगठन के इन आंकड़ों से लगाया जा सकता है कि दुनिया में प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख लोग तम्बाकू जनित बीमारियों के कारण असमय मौत का शिकार हो जातें हैं तथा भारत मे यह आंकड़ा 10 लाख से ऊपर है। वर्तमान समय में तम्बाकू एवँ धूम्रपान  की लत  पूरे विश्व में जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या बनी हुई है और पूरा चिकित्सा जगत समस्या से चिंतित है कि किस प्रकार  इससे मुक्ति पाया जाए।तम्बाकू के…

Read More

सेल्फी : मनोरंजन या मनोरोग ?

डॉ. संजय श्रीवास्तव  क्या आप सभी जानते है की एक ख़ास सर्वेक्षण के अनुसार अवसाद के बाद दुस्साहसिक सेल्फी लेना युवाओं में होने वाली मृत्यु का दूसरा सबसे बड़ा कारण निकल कर सामने आया है | यूँ तो आप सभी जानते ही हैं की तस्वीरें खिचवाने का या अपनी तस्वीरे बनवाने का प्रचलन सदियों से चला आ रहा है उसके पीछे का मनोविज्ञान यही है की हर व्यक्ति खूबसूरत दिखना चाहता है और वह अपनी खूबसूरत तस्वीर को देख कर गौरान्वित अनुभव करता है ,प्रसन्न होता है वक़्त बदलता गया…

Read More