चंबल की धरती का अनोखा क्रांतिकारी : दादा शंभूनाथ आजाद

डॉ. शाह आलम राना (पुण्यतिथि पर विशेष)  किसी भी तरह के अन्याय व शोषण का प्रतिरोध चंबल के जनमानस की पहचान मानी जाती है। प्राचीन काल से लेकर उन्नीसवीं सदी तक के इतिहास में झाँके तो चंबल घाटी में बगावत एक समृद्ध परंपरा की तरह विकिसत होती रही। चंबल के लोगों ने अन्यायी अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ सतत मोर्चाबंदी की इसीलिए चंबल को शौर्य की जननी कहा जाता है। चंबल घाटी ने ऐसे तमाम मुक्ति योद्धा इस देश को दिए हैं जो अपने साहस,  त्याग और बलिदान की इबारत लिख…

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मशाल बनाम कुल्हाड़ी

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव , सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप  आखिर एक समाज में पत्रकारिता की क्या भूमिका होनी चाहिए? क्या मात्र तथ्य को तथ्य रूप में प्रस्तुत से और सत्य को सत्य कहने से पत्रकारिता की भूमिका का निर्वहन हो जाता है अथवा पत्रकारिता इससे भी आगे की चीज है?   ‘समाज कैसे यात्रा करता है?’ प्रश्न रोचक था लेकिन अत्यंत गंभीर भी। जब यह प्रश्न मेरे सामने आया था तो कुछ देर तक तो मैं मात्र प्रश्न को समझने और उसकी तह में जाने की कोशिश करता रहा और कुछ पलों…

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स्वतंत्रता इतिहास के भूले हुए पन्नों में दर्ज एक अनूठी वीरांगना : गुलाब कौर

अमिताभ दीक्षित, एडिटर-ICN U.P. गुलाब कौर : इतिहास में भुला दी गयी वो महिला जिसने अंग्रेजों से लड़ने के लिए अपने पति को छोड़ दिया और एक सुरक्षित जीवन को तिलांजलि दे कर स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़ी. कई बार, इतिहास अपनी उन अनन्य नायिकाओं को भूल जाता है, उनके चेहरे भुला दिए जाते हैं, और उनकी बहादुरी की गाथा कोई याद नहीं करता जिनके असाधारण साहस और बलिदान को देश के इतिहास लिखते समय निश्चित रूप से को स्मरण रक्खा जाना चाहिए और उन्हें एक सम्मान जनक स्थान देना चाहिए.…

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धुएँ में स्वाहा होती जिंदगियां।

डॉ अनुरूद्ध वर्मा  तम्बाकू एवँ धूम्रपान से होने वाली बीमारियों की गंभीरता का अनुमान विश्व स्वास्थ्य संगठन के इन आंकड़ों से लगाया जा सकता है कि दुनिया में प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख लोग तम्बाकू जनित बीमारियों के कारण असमय मौत का शिकार हो जातें हैं तथा भारत मे यह आंकड़ा 10 लाख से ऊपर है। वर्तमान समय में तम्बाकू एवँ धूम्रपान  की लत  पूरे विश्व में जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या बनी हुई है और पूरा चिकित्सा जगत समस्या से चिंतित है कि किस प्रकार  इससे मुक्ति पाया जाए।तम्बाकू के…

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सेल्फी : मनोरंजन या मनोरोग ?

डॉ. संजय श्रीवास्तव  क्या आप सभी जानते है की एक ख़ास सर्वेक्षण के अनुसार अवसाद के बाद दुस्साहसिक सेल्फी लेना युवाओं में होने वाली मृत्यु का दूसरा सबसे बड़ा कारण निकल कर सामने आया है | यूँ तो आप सभी जानते ही हैं की तस्वीरें खिचवाने का या अपनी तस्वीरे बनवाने का प्रचलन सदियों से चला आ रहा है उसके पीछे का मनोविज्ञान यही है की हर व्यक्ति खूबसूरत दिखना चाहता है और वह अपनी खूबसूरत तस्वीर को देख कर गौरान्वित अनुभव करता है ,प्रसन्न होता है वक़्त बदलता गया…

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आई सी एन : टिकारी में ग्रामीण उद्यमिता की चिंगारी

ग्रामीण इलाके में सिमटा टिकारी गाँव अचानक ही तब क्षेत्र की ‘ब्रेकिंग न्यूज़’ बन गया जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अंग्रेज़ी भाषा के माध्यम से 182 देशों व हिंदी भाषा के माध्यम से 81 देशों में मौजूद आई सी एन मीडिया ग्रुप ने इस गाँव व निकटवर्ती क्षेत्रों के भविष्‍य में ‘ग्रामीण उद्यमिता व आत्मनिर्भरता’ के नये सबक की इबारत लिखी।  हरदोई, 24 जून, 2022.’विकास ऊँचाई में मीनार जैसा नहीं वरन् धरातल पर फैले हुये मैदानों जैसा होना चाहिये’ – यह समझ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निर्विवादित रूप से विकसित होती जा रही…

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आई सी एन कार्यशाला : भारत में ग्रामीण उद्यमिता की संभावनाएँ

लखनऊ – भारतवर्ष जिस विकास को लक्ष्य कर रहा है, उसका मार्ग मात्र ग्रामीण उद्यमिता से ही निकलता है। हमारा देश न केवल विविध प्राकृतिक साधनों व संपत्तियों का ही देश है वरन् यहाँ मानव श्रम भी प्रचुर मात्रा में है। यदि इन दोनों का बुद्धिमानी व दूरदृष्टि से कृतसंकल्पित होकर सर्वश्रेष्ठ संयोजन किया जाये तो पुरातन काल का विश्वगुरु भारत एक बार फिर विश्व के सबसे ऊँचे पायदान पर स्थापित हो सकता है। यह संदेश है कर्नल नीलेश इंगले (सीनियर कंसल्टिंग एडीटर, आई सी एन) के ‘भारतवर्ष में ग्रामीण…

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शेष विश्व के लिए अनदेखा अनजाना बेहतरीन पर्यटन-स्थल : कोस्टारीका

चन्द्रकान्त पाराशर , एडीटर-ICN हिंदी   लिमोन/कोस्टा रीका(मध्य अमेरिका) : एक बहुत सुंदर और सुरक्षित देश है कोस्टा रीका, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह पर्यटकों विशेषकर प्रकृतिप्रेमी व शान्त जीवन यापन करने वाले प्रवासियों की पसंद के रडार पर बना ही रहता है। वैसे भूगोल के हिसाब से उत्तरी अमरीका एवं दक्षिणी अमेरिका को जोड़ने वाले केंद्रीय स्थलजलडमरु मध्य (इस्थमस)पर कोस्टा रीका देश अवस्थित है,यह उत्तरी अमेरिका का हिस्सा है लेकिन लैटिन अमरीकन सांस्कृतिक विरासत को अपने में समेटे हुए प्रतीत होता है। सांस्कृतिक विरासत…

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इंसानियत की मिसाल कायम की दिल्ली की रजनी जाजोरिया ने

राणा अवधूत, ब्यूरो चीफ-ICN बिहार   पटना : आज की इस अपसंस्कृति के बढ़ते प्रभाव व नैतिकता के पतन के दौर में यदि किसी ने आपके साथ दया, मदद, परोपकार, इंसानियत, मानवता, समर्प्रण, ईमानदारी, त्याग, शील या सहायता जैसे मानवीय गुणों को प्रदर्षित करने वाला कोई कार्य करे तो स्वत: उसके लिए दिल से दुआ निकलती है। मानव जीवन में शास्त्रों में 16 गुणों को ऐसा बताया गया है जिसे ग्रहण करने के बाद मानव सामान्य से कुछ ऊपर उठ जाता है। कुछ ऐसी ही इंसानियत की मिसाल दिल्ली की…

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अपनी आज़ादी को हम, हरगिज़ मिटा सकते नही…..

एज़ाज़ क़मर, एडिटर-ICN  सर पर मैला ढोने और शवो का अंतिम संस्कार करने जैसे अमानवीय कार्य करने वाले भारतीय जब अघोषित आरक्षण से बदहाल हुई अपनी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को सुधारने के लिए मिले संवैधानिक आरक्षण को बचाने के लिए सड़को पर आते है तब उन्हे असामाजिक तत्व कहकर पेड मीडिया के माध्यम से बदनाम किया जाता है। जल-जंगल-भूमि के संविधानिक अधिकार की रक्षा के लिए संघर्षरत आदिवासियो को तानाशाही राजनीतिज्ञो ने आतंकवादी बना दिया फिर उसकी आड़ मे ब्यूरोक्रेसी द्वारा आदिवासियो पर किए गए अत्याचारो ने ऐसी इबारत…

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