सत्येन्द्र कुमार सिंह, संपादक-ICN U.P. यूँ तो पूरा विश्व इस वक्त कोरोनो महामारी से ग्रस्त है और लगभग हर जगह त्राहिमाम वाली स्थिति है किन्तु इन सब के बीच में घर वापसी का एक नया दौर और नई परिभाषा भी सामने आई है.देश भर से पलायन किये हुए मज़दूर बन्धु इस वक्त येन केन प्रकारेन अपने गृह प्रदेश व जिले में वापस जा रहे हैं. इसका वृहद् असर तो कोरोना की समाप्ति के बाद ही मिलेगा किन्तु इसका असर भविष्य में देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ना अवश्यंभावी है.जहाँ भी सम्भव हुआ…
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कोरोना के बाद भारत की संभावनाएं : 3
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है कोरोना महामारी के खत्म होने के बाद की जिंदगी बहुत अलग होगी ।फिर चाहे वह सामाजिक और आर्थिक जीवन हो या राजनीतिक। कुछ भी पहले जैसा नहीं रहेगा। सरकार और कंपनियों की नीति में बदलाव होगा, घरों के खर्चो के नियम भी बदलेंगे।दुनिया भर के वित्तीय बाजारों पर कोरोना वायरस का असर पड़ा है, इसने अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब कर दी है। आनंद राय जी हमारे लिटिगेशन विभाग के सदस्य हैं और अत्यंत उत्साही…
Read Moreरमज़ान में रखें खान-पान एवम सेहत का ध्यान
डॉ अनुरूद्ध वर्मा एम डी(होम्यो ) वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक, सीनियर एसोसिएट एडीटर-ICN ग्रुप माहे रमज़ान की शुरुवात इस बार ऐसे समय पर हो रही है जब कोविड 19 महामारी के चलते पूरे देश में लगभग एक माह से लॉकडाउन लागू है। भीषण गर्मी एवं धूप के इस मौसम में रोज़ेदारों को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है। यह बात वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक एवं केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के सदस्य डॉ अनुरूद्ध वर्मा ने कही है। डॉ वर्मा ने बताया कि रोज़ेदारों को अपने खान-पान,आहार-विहार एवम स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा …
Read Moreकोरोना के बाद भारत की संभावनाएं : 2
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप समय ने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा भी आयेगा जब अचानक ही उसकी रफ़्तार थम जायेगी और एक-दूसरे से आगे निकलने की अंधाधुंध होड़ में लिप्त यह सारा विश्व ठीक उसी तरह फ्रीज हो जायेगा जैसे बार्बी की कहानियों में दुष्ट जादूगर पूरे राज्य को फ्रीज कर दिया करता था। सुनीता श्रीवास्तव उर्फ़ अनुपम हमारे लीगल प्रिपरेशन विभाग की सदस्या हैं और ईश्वर ने इन्हें अनेक प्रतिभायें उपहार स्वरूप दी हैं। वे एक श्रेष्ठ विचारक व लेखिका भी हैं। उन्होंने पर्यावरण…
Read Moreभारतीय लोकतंत्र एवं जिम्मेदार पत्रकारिता
मोहम्मद सलीम खान, सीनियर सब एडिटर-आईसीएन ग्रुप सहसवान/बदायूं: भारतीय गणतंत्र के चार स्तंभ है व्यवस्थापिका कार्यपालिका न्यायपालिका और चौथा स्तंभ पत्रकारिता (जर्नलिज्म) जिसको हम मीडिया के नाम से जानते हैं। आज मैं अपने इस लेख में पत्रकारिता के विषय में अपने सम्मानित पाठकों से कुछ बातें साझा करना चाहूंगा। बदलते हुए माहौल और भागदौड़ की जिंदगी में पत्रकारिता बहुत ही जिम्मेदारी व जोखिम भरा कार्य है। इस समय देश कोरोना जैसी भयानक बीमारी का मुकाबला बड़ी वीरता से कर रहा है एक और जहां हमारे अजीम मुल्क हिंदुस्तान के नागरिक अपने…
Read Moreकोरोना के बाद भारत की संभावनाएं : 1
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप समय ने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा भी आयेगा जब अचानक ही उसकी रफ़्तार थम जायेगी और एक-दूसरे से आगे निकलने की अंधाधुंध होड़ में लिप्त यह सारा विश्व ठीक उसी तरह फ्रीज हो जायेगा जैसे बार्बी की कहानियों में दुष्ट जादूगर पूरे राज्य को फ्रीज कर दिया करता था। निश्चित ही, आज हम सब एक अकल्पनीय समय से गुज़र रहे हैं। विश्व के सबसे शक्तिशाली व विकसित देश भी ‘कोरोना’ संक्रमण से नित्य-प्रति युद्ध हार रहे हैं और उनके बड़े-बड़े…
Read Moreभूखे व्यक्ति का धर्म क्या है?
मोहम्मद सलीम खान, सीनियर सब एडिटर-आईसीएन ग्रुप आजकल देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की महा शक्तियां भी कोरोना नामक दानव रूपी महामारी से लड़ रही है। इस महामारी ने वैश्विक स्तर पर भयंकर रूप धारण कर लिया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 3 मई तक लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है। सहसवान/बदायूं: वर्तमान स्थिति को देखते हुए भारत सरकार के पास इसके अतिरिक्त कोई और दूसरा रास्ता भी नहीं है। इस वक्त हमारी स्थिति सावधानी हटी और दुर्घटना घटी जैसी हो गई है । हमारी…
Read Moreकोरोना वायरस : सन्नाटे में साँस-3
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप आज हम सब अपने-अपने घरों में कैद हैं और टेलीविजन व अन्य माध्यमों से अपने वर्तमान को परख रहे हैं। मोबाईल व इंटरनेट जैसी सुविधाओं की यदि खोज न हुई होती तो शायद यह पता ही नहीं चल पाता कि कौन अपने घर में है, कौन हास्पिटल में और कौन कब्रिस्तान में। हम अपनी चिंताओं व दुश्चिंताओं के मध्य कभी समय के एक किनारे से टकराते हेैं तो कभी दूसरे। मो० तौसीफ़ हमारे परिवार के वे सदस्य हैं जिनसे हम सब बेपनाह प्यार करते…
Read Moreकोरोना वायरस : सन्नाटे में साँस-2
तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना आज सारे विश्व में कदम ताल कर रहा है और अजेय सा प्रतीत होता यह मानव निर्मित वायरस विश्व के बड़े से बड़े देश को भी घुटने टेकने को विवश कर रहा है। शायद आज कल मृत्यु की ऋतु आई हुई है और विश्व निर्माण के नाम पर मात्र नये कब्रिस्तान बनाने में ही व्यस्त है। शहरों, गाँवों, सड़कों, बाजा़रों, कार्यालयों, विद्यालयों व कारखानों में सन्नाटों का कब्जा है। शायद इससे पहले हमने अपनी ही साँसों की…
Read Moreछत्रपति शिवाजी का राजनैतिक दर्शन
प्रो. प्रदीप कुमार माथुर पिछले दिनों में धर्मान्धता की आंधी ने हमारा चिन्तन ही मानो कुठित कर दिया है। अपने इतिहास को समझने में हम विश्लेषण और अध्ययन के स्थान पर पूर्वाग्रहों का सहारा लेने लगे हैं। जहां एक और महाराणा प्रताप, गुरु तेग बहादुर और शिवाजी को भारतीय एकता का विरोधी बताया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मुस्लिम शासकों को हिन्दु विरोधी कहा जा रहा है। सत्य यह है कि हम अंग्रेजों द्वारा पैदा किए गए मिथ्या भ्रमों के शिकार होते जा रहे हैं। यह विडम्बना ही कही…
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