उर्दू शायरी में ‘ख़्वाब’

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप अगर ख़्वाब नहीं होते तो शायद हम इंसान भी नहीं होते। आदमी ख़्वाब देखता है लेकिन जानवर कभी ख़्वाब नहीं देखते। आदमी और जानवर के बीच सिर्फ़ ‘ख़्वाब’ ही मौजूद हैं।   हर तरक्की के पीछे हमेशा किसी का कोई ख़्वाब ही पोशीदा है। धरती पर सृष्टि के जन्म लेने से आज तक के सफ़र में करोड़ों अरबों ख़्वाब हैं जो लोगों की आँखों के समंदर में किसी किश्ती कि तरह तैरे और जिसमें से कुछ को तो किनारा मिला और बाकी को…

Read More

उर्दू शायरी में ‘ख़्वाब’: 1

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप अगर ख़्वाब नहीं होते तो शायद हम इंसान भी नहीं होते। आदमी ख़्वाब देखता है लेकिन जानवर कभी ख़्वाब नहीं देखते। आदमी और जानवर के बीच सिर्फ़ ‘ख़्वाब’ ही मौजूद हैं। हर तरक्की के पीछे हमेशा किसी का कोई ख़्वाब ही पोशीदा है। धरती पर सृष्टि के जन्म लेने से आज तक के सफ़र में करोड़ों अरबों ख़्वाब हैं जो लोगों की आँखों के समंदर में किसी किश्ती कि तरह तैरे और जिसमें से कुछ को तो किनारा मिला और बाकी को समंदर…

Read More

गीत ग़ज़ल

सुहैल काकोरवी, लिटरेरी एडिटर-ICN ग्रुप कोरोना का आपदा काल अभी समाप्त कहाँ हुआ है अभी तो जीवन को सामान्य करने की कोशिश हो रही है लेकिन तमाम आत्मिक और सांसारिक हर्ष प्रदान करने वाले आयोजन ख्वाब हो गए हैं लेकिन लोगों के अंतर्मन की उदासी मानसिक तनाव एक भय एक अनिश्चिता कहीं से नहीं घट रही है ऐसे में विरह का दुख झेल रही नारी की अटरिया के सूनेपन से मानव जीवन की समानता इस ग़ज़ल में रूपक बन कर करुणा की अभिव्यक्ति हो गयी है संकेतों में बात शाइरी…

Read More

उर्दू शायरी में ‘सच’ : 3

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप सच एक बहुत बड़ा तिलिस्म है। कहा जाता है कि सच बहुत कड़ुवा होता है लेकिन उसका परिणाम मीठा होता है। यह भी कहा जाता है कि सच अर्थात सत्य की सदैव जीत होती है। ‘सच को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ – एक कहावत यह भी है। कई धर्म ग्रंथ कहते हैं कि सच शाश्वत है तो कई ऐसी धार्मिक विचारधाराएँ भी हैं जो यह कहती हैं कि सच कभी भी अपरिवर्तनशील नहीं हो सकता। राहत इंदौरी का वास्तविक नाम राहत…

Read More

उर्दू शायरी में ‘सच’ : 2

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप सच एक बहुत बड़ा तिलिस्म है। कहा जाता है कि सच बहुत कड़ुवा होता है लेकिन उसका परिणाम मीठा होता है। यह भी कहा जाता है कि सच अर्थात सत्य की सदैव जीत होती है। ‘सच को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ – एक कहावत यह भी है। कई धर्म ग्रंथ कहते हैं कि सच शाश्वत है तो कई ऐसी धार्मिक विचारधाराएँ भी हैं जो यह कहती हैं कि सच कभी भी अपरिवर्तनशील नहीं हो सकता। बशीर बद्र उर्दू साहित्य के उन…

Read More

उर्दू शायरी में ‘सच’ : 1

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप सच एक बहुत बड़ा तिलिस्म है। कहा जाता है कि सच बहुत कड़ुवा होता है लेकिन उसका परिणाम मीठा होता है। यह भी कहा जाता है कि सच अर्थात सत्य की सदैव जीत होती है। ‘सच को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं’ – एक कहावत यह भी है। कई धर्म ग्रंथ कहते हैं कि सच शाश्वत है तो कई ऐसी धार्मिक विचारधाराएँ भी हैं जो यह कहती हैं कि सच कभी भी अपरिवर्तनशील नहीं हो सकता। एक परिस्थिति का सच दूसरी…

Read More

ग़ज़ल

सुहैल काकोरवी, लिटरेरी एडिटर-ICN ग्रुप  वो मुझसे मुलाक़ात की तदबीर करे गा कुछ रंग यक़ीनन वो मेरे दिल में भरे गा The beloved will design for meeting some strategy Would fill my heart with some colors decidedly ये तये हुआ देखा जो उसे पहली नज़र ने वो ऐसा हसीं है कि जो मन मेरा हरे गा On first sight it was apparent certainty That she would capture my heart has such beauty मैं सोचता हूँ ग़ैर से उसकी हुई क़ुरबत दिन आ गए अब उसके वो बेमौत मरे गा I…

Read More

कशमकश

सुरेश ठाकुर, कंसल्टिंग एडिटर-ICN कहानी मुझे अभी भी समझ नहीं आता कि शादाब के साथ अपने रिश्ते को क्या नाम दूँ ? दोस्ती या मोहब्बत ? जो भी कहूँ लेकिन क्या एक शादी शुदा औरत के लिए किसी ग़ैर मर्द के साथ इनमें से कोई भी रिश्ता मुनासिब है ? आज मेरे पास अल्लाह के फ़ज़्ल से सब कुछ है | बेशुमार दौलत, इज़्ज़त, शौहरत और बेपनाह मोहब्बत करने वाला शौहर | लेकिन फिर भी फिर भी दिल के किसी कोने में कोई ख़ालीपन तो ज़रूर था वरना शादाब मेरी…

Read More

उर्दू शायरी में ‘एकता’ : 3

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप हम सब हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तान राम- कृष्ण का भी देश है और गॉड, वाहे गुरु और अल्लाह का भी। यह देश रघुपति सहाय ‘फ़िराक़ गोरखपुरी, कृष्ण बिहारी ‘नूर’ का है तो सुहैल काकोरवी, तश्ना आज़मी का भी और सरदार पंक्षी और चरण सिंह ‘बशर” का भी। टॉम आल्टर और मार्क ट्रुली तो इस देश की गंगा-जमुनी संस्कृति के ऐसे मुरीद हुये कि वे हिंदुस्तान के ही होकर रह गये।उर्दू शायरी में भी हमारी इस संस्कृति की विशेषता को तमाम शायरों ने अपने…

Read More

उर्दू शायरी में ‘एकता’ : 2

तरुण प्रकाश श्रीवास्तव, सीनियर एग्जीक्यूटिव एडीटर-ICN ग्रुप जब कोई तमाम रंगों और ख़ुश्बुओं के फूलों और उनकी यकजाई तस्वीर और तासीर की बात कर रहा हो तो आपको समझ जाना चाहिये कि वह हिंदुस्तान की बात कर रहा है। हिंदुस्तान या भारतवर्ष दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्था है। अपना देश दुनिया से सारे देशों से इस मामले में सबसे अलग और ख़ास है कि जितने धर्मों, मज़हबों, पंथों व विचारधाराओं के लोग इस देश में एक साथ रहते, खाते-पीते, उठते-बैठते व सोते-जागते हैं, उतने किसी और देश में नहीं।…

Read More